कारगिल विजय दिवस Special

Army celebrating after conquering Tiger Hill
हमारा देश भारत, हमारी सेनायों का हमेशा से कर्जदार रहा है और कर्जदार रहेगा | इस देश की असली ताकत यहीं हैं |

बैसे तो इस देश ने पाकिस्तानियों से कई युद्ध लड़ें  हैं और सब में  इन पाकिस्तानियों को मुह की खानी पड़ी है | पर उन सारे युद्ध में कारगिल युद्ध सबसे महत्बपूर्ण और देश का मान बढाने बाला और इस गौरभशाली देश का गौरभ बचाने बाला साबित हुआ |

मैं  इसे सबसे महत्ब्पूर्ण इसलिए बोल रहा हूँ क्यूंकि ये युद्ध सबसे हाल में लड़ा गया, साल 1999 में | और आज की युवा पीढ़ी को कोई युद्ध अगर सबसे जायदा  याद रहेगा तो वह यह Kargil War ही होगा |

यह युद्ध South Asia में Live Telecast होने बाला पहला युद्ध बना, यह युद्ध भारत के घर घर में Live दिखाया जाना लगा | क्योंकि यही बो समय था जब Electronic Media Boom कर रही थी | Live Broadcast or Reporting के कारन पूरी दुनिया भारत और पाकिस्तान की गतिबिधियों को पैनी नज़रों से देख रही थी | 
A private news channel reporter reporting live from Tiger Hill, Kargil
Live reporting of Kargil War
यह युद्ध इसलिए भी important है क्यूंकि हमने Pakistani घुसपैठियों द्वारा कब्ज़ा किये कारगिल को फिर से जित लिया और फिर से एक बार हमारे देश का प्यारा झंडा कारगिल की सबसे ऊँची चोटी पे शान से लहराने लगा |

इन पाकिस्तानियों ने जब भी हमपे बार किया है तब तब घुसपैठियों या आतंकवादियों का ही सहारा लिया है, इन बुजदिलों को सीधे हमला करने की तो खेर औकात भी नहीं है |

हमने यह युद्ध 60 दिनों तक लड़ा और अंत में 26 जुलाई 1999  को हमने दुश्मनों पे विजय प्राप्त की, और तब से हम इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनातें हैं | कारगिल विजय दिवस को mainly Kargil - Dras sector और  Delhi में मनाया जाता है, जहां हमारे देश के प्रधान मंत्री और रक्षा मंत्री  India Gate जाकर अपनी श्रद्धांजलि प्रकट करतें हैं |

इस दिन देश के के हिस्सों में सेनायों के सम्मान में कई तरह के कार्यकर्मों का भी आयोजन होता है |
Kargil War Memorial at Dras, Kargil, Jammu and Kashmir
Kargil War Memorial at Dras, Kargil
युद्ध इतने दिनों तक क्यों चला  :-
Actually हमारे किसी Intelligence को इस घुसपेठ की खबर ही नहीं थी, पर खबर हुई तो इन्हें लगा की यह कुछ संख्या में Jihadi होंगे पर असलियत सामने आई तो पता चला की इनकी तादात बहुत जायदा है और ये Pakistani army द्वारा भेजे गयें घुसपैठिये हैं | जिसके कारन हमारी तयारी में देरी हुई और Kargil War इतना लम्बा खीच गया |

घुसपैठियों ने कितनी जमीन पे कब्ज़ा कर लिया था : -
लगभग 130 km² से 200 km² तक की जमीन इन पाकिस्तानियों ने हड़प ली थी |

हमारे कितने जबान शहीद हुये :-
कुल 2,00,000 ( दो लाख ) सैनिकों ने इस युद्ध में अपनी ताकत झोंकी और हमने अपने 527 सैनिक खो  दियें  |

जबकी Pakistan को भयानक Loss सहना पड़ा, एक अनुमान के मुताबिक़ पाकिस्तानियों को अपने 4,000 लोग  गबाने  पड़ें , जिसमे 3,000 के आसपास जिहादी मारे गयें और 1,000 के आसपास इनके सैनिक मरें |

युद्ध घटनाकर्म :-
Kargil war events with date
Kargil War Date by Events (Source: Wikipedia)

0 comments:

Post a Comment